CET परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग के संबंध में बोर्ड का निर्णय
🪶हाल ही में सीईटी (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) परीक्षा को लेकर बोर्ड ने विभिन्न पहलुओं पर गहराई से विचार किया है। पिछले कुछ समय में मिली फीडबैक, ऑनलाइन फॉर्म्स की भर्ती की संख्या में कमी, और विभिन्न वर्गों के कैंडिडेट्स की सफलता और असफलता की संभावनाओं के विश्लेषण के बाद, बोर्ड ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
🪶सभी प्राप्त फीडबैक और आंकड़ों के आधार पर, बोर्ड ने तय किया है कि सीईटी परीक्षा में इस बार नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं रखा जाएगा। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य कैंडिडेट्स को परीक्षा में अधिक आत्म-विश्वास प्रदान करना और उनकी वास्तविक क्षमताओं को बिना किसी अतिरिक्त दबाव के परखना है।
✍️इस विषय में बोर्ड के अध्यक्ष श्री आलोक राज जी द्वारा किया गया ट्वीट 👉
🪶यह निर्णय विभिन्न कैंडिडेट्स और शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों की सलाह पर लिया गया है, जिन्होंने नेगेटिव मार्किंग के संभावित नकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला था। बोर्ड का मानना है कि इस परिवर्तन से परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलेगा।
🪶इस संबंध में विस्तृत विज्ञप्ति शीघ्र जारी की जाएगी, जिसमें सभी आवश्यक विवरण और परीक्षा से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ शामिल होंगी। कैंडिडेट्स से अनुरोध है कि वे बोर्ड की वेबसाइट और आधिकारिक घोषणाओं पर नज़र रखें ताकि वे समय पर अपडेट्स प्राप्त कर सकें।